IQNA

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रोहिंग्या लोगों की स्थिति के संबंध मे चेतावनी 

16:24 - May 21, 2018
समाचार आईडी: 3472554
अंतर्राष्ट्रीय समूह--विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तूफानी मौसम के दौरान रोहिंग्या शरणार्थियों के बीच संक्रामक बीमारियों के प्रसार में वृद्धि की चेतावनी दी।

IQNA की रिपोर्ट अराकान समाचार एजेंसी के अनुसार, जब कि रोहिंग्या शरणार्थियों को उनके देश में लौटने का प्रयास धीमा चल रहा है और वे शिविरों में खराब मानव परिस्थितियों में नष्ट होने  के कगार और मौसमी तूफानों की ज़द पर रह रहे हैं, अंतर्राष्ट्रीय राहत संगठनों ने भीड़ वाले शिविरों में संक्रामक बीमारियों के फैलाव की चेतावनी दी है।
डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट में आया है: जनसंख्या की भीड़, उचित पोषण की कमी, अपर्याप्त पेयजल, स्वच्छता और सौंदर्य, रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में स्वास्थ्य की स्थिति खतरनाक चेतावनियां हैं, जो मानसूनी तूफान होने पर बढ़ जाते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारी बारिश और भूस्खलन डेंगू बुखार, चिकांगोनिया, टाइफोइड बुखार, जिगर की सूजन, मलेरिया, हृदय रोग और श्वसन पथ की गंभीर सूजन जैसी संक्रामक बीमारियों के प्रसार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ; ये चेतावनियां सच्ची हैं क्योंकि हमने अतीत में देखा है कि मुरा तूफान ने कॉक्स मार्केट (बंगलादेश- म्यांमार सीमा क्षेत्र) में शरणार्थी शिविरों के मनुष्यों पर क्या बला डाली थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, साथ ही साथ बांग्लादेश सरकार से आग्रह किया कि रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए अपने सभी योगदानों को इकट्ठा करें।
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